भूखे पेटों पर टैक्स लगा है
जनता को फिर से भरमाया है
इस बार बजट में ये आया है
अमरीका की कंपनियों को
हद सस्ता मजदूर मिलेगा
शाम ढले हर कामगार को
३२ रुपया दाम मिलेगा
मजदूरों के हित की खातिर
घास का दाम घटाया है
इस बार बजट में ये आया है
मंतरियों को उड़न खटोला
बिचौलियों को मिली दलाली
जन का बोझा कम करने को
पी डी एस की झोली खाली
पैदल की सडकें छोटी हैं
रेल का दाम बढाया है
इस बार बजट में ये आया है
चिंतित हो मोबाइल खरीदो
टॉक टाइम सस्ता है भैया
खेत गाँव सरकार को दे दो
छोड़ किसानी खेंचो रिक्शा
पढना लिखना है बेमानी
सरकार ने सबको समझाया है
इस बार बजट में ये आया है
अगले साल है आम चुनाव
देखें नाव लगे किस ठांव
अभी बहुत कुछ करना है
सरकार ज़रा जल्दी में है
खुदरा में एफ डी आई आया
"विकास" का परचम फहराया है
इस बार बजट में ये आया है
जीने की एय्याशी छोड़ो
क़तर ब्योंत की आदत डालो
धीरे - धीरे मरना सीखो
हमसे ना आशाएं पालो
धनवानों के हिस्से पैसा
संकट गरीब पर छाया है
इस बार बजट में ये आया है
बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमगर कहना होगा इस बार बजट मे कितना कुछ आया है