अगला पी एम्
मै मोदी को पी एम बनाने के सख्त खिलाफ हूँ, असल में मै तो उसके नाम पर विचार करने के ही खिलाफ हूँ। वजह ये है की मै एक आदमी को जानता हूँ । उसका नाम है रामचंद बुरबकिया, मुझे लगता है की वो प्रधान मंत्री पद के लिए सबसे योग्य उमीदवार है। क्यूँ ? देखिये ये जो सारी बहस चल रही है, की इस बार पी एम कौन होना चाहिए, उसमे जितने नाम हैं, वो सारे के सारे जिन कामो के लिए मशहूर हैं, या उनके जो गुण हैं, रामचंद बुरबकिया उन सबसे बीस ही बैठेगा।
पहले में आपको इस शख्स के बारे में कुछ बता देता हूँ। दिल्ली के हर कोर्ट में ये शख्स झूठी गवाहियाँ देने वाले के नाम से जाना जाता है। मामला कोई भी हो, ये शख्स पैसे लेकर आपके पक्ष में या आपके खिलाफ झूठी गवाही देने को तैयार है। सिर्फ सौदा इसके मन का होना चाहिए। कमीना इतना है कि, अपने बाप की जायदाद के लिए इसने अपनी बहिन को पागल करार देकर उसे घर से निकाल दिया, वो जामा मस्जिद पर भीख मांग कर अपना गुज़ारा करती है। इस बात को वो अपनी उपलब्धि बताता है। और खूब हंस हंस कर सबको इस बारे में बताता है। हरामजादा इस कदर की अपनी बीवी को गाँव छोड़ आया है, फिर सबके सामने खुद को कुंवारा बताता है। नीच इतना की आजकल लड़कियों ने इसके घर के आस पास से निकलना तक छोड़ रखा है, बल्कि लोग उस मोहल्ले को छोड़ कर जा रहे हैं जहाँ वो रहता है, रोज़ रात को दारु पीकर हंगामा करता है, पुलिस वाले इसके दोस्त हैं, उन्हें भी पैसा देता है इसलिए कोई इसके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता, बल्कि कुछ एक लोगों ने जब इसके खिलाफ शिकायत की तो पुलिस उन्हें ही उठा कर ले गयी और उसके बाद वो वापस उस मोहल्ले में रहने नहीं आये, पता नहीं मारे गए या जेल में हैं।
चरित्र इसका ऐसा है कि मोहल्ले की एक औरत से इसका सम्बन्ध है, उसकी बेटी पर इसकी बुरी निगाह है, माँ कुछ कहती है तो उसे बेतरह मारता है, बेटी कुछ कहती है तो उसे बेतरह मारता है।
पैसा कमाने के लिए ये कुछ ख़ास किस्म के धंधे करता है। जिनमे सबसे लाभकारी धंधा है, जमीन जायदाद हडपना, ये लोगों को दुगने-तीन गुना पैसे का लालच देकर उनकी ज़मीन हड़प लेता है और फिर उन्हें दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंकता है। इसने कई गुंडे पाले हुए हैं जो लोगों को मारते हैं, हडकाते हैं, डराते हैं। लोकल पुलिस थाने से लेकर मंत्रियों तक इसकी जान पहचान है, लोग इसका नाम तक लेने से डरते हैं। इसलिए इसके सताए लोग पुलिस के पास नहीं जाते बल्कि मोहल्ला छोड़ कर ही चले जाते हैं। मोहल्ले के अलावा दिल्ली के ख़ास ख़ास इलाकों में इसने फ्लैट्स ख़रीदे हुए हैं। कुछ किराये पर हैं, और कुछ में जुआ, नकली शराब और जितने धंधे हो सकते हैं होते हैं।
इसके पास्ट के बारे में भी जान लें। इसके पिता सरकारी स्कूल में मास्टर थे, पढ़ा लिखा नहीं है, पहले चाय की दूकान लगात था वहीँ कुछ गुंडे किस्म के लोगों से इसकी मुलाक़ात हो गयी, उनका कोई संगठन था जिसका काम दंगे कराना, हत्या, बलात्कार करना, और लूटपाट करना था। पहले तो ये उसी संगठन में छोटा मोटा गुर्गा बन गया, फिर इसने उन्ही के पैंतरे सीख कर ऐसे बड़े बड़े काम किये की आज वो संगठन भी इसी के इशारे पर चलता है। बाद में इसने अपने बाप के दो कमरों के छोटे से मकान को भी धोखे से अपने नाम करवा कर अपने भाई को धक्के देकर बहार कर दिया था।
ये तो मै ऊपर ही बता चूका हूँ की ये कोर्ट में झूठी गवाहियाँ देता है, कमाल ये है की कोई इसे झूठा साबित नहीं कर पाता, जुगाडू इतना है कि जरूरत पड़े तो विरोधी पार्टी के वकील को ही रिश्वत दे कर अपने पक्ष में कर लेता है और वो इसकी बात मान लेते हैं। अब इसके पास बड़े बड़े लोग आते हैं, कोई अपना काम निकलवाने आता है, तो कोई अपने दुश्मन का काम बिगाड़ने, ये उसी तठस्थ भाव से सबके काम आता है, और अपने नेटवर्क को मज़बूत करता है।
अब आप सब जानना चाहेंगे की में इसके पक्ष में क्यूँ लिख रहा हूँ। बात ये है की ये कल मेरे पास आया था और इसके साथ दो गुंडे भी थे। इसने कहीं मेरा नाम देखा था, इसे लगा की मै इसकी तरफ से फेसबुक पर इसके पि एम् पद का दावा खड़ा कर सकता हूँ। इसका कहना है कि मई एक बार काम शुरू कौन तो बाद में इसके संगठन के लोग ही सीख जायेंगे और फिर फेसबुक पर इसके पक्ष में प्रचार शुरू कर देंगे। इन लोगों को जो इसके साथ में हैं, इसके संगठन में हैं, देशभक्ति के नाम पर मासूम बच्चो की हत्या, बच्चियों के बलात्कार और हत्या, या किसी को जिंदा जल देने से भी कोई ऐतराज़ नहीं है, देश भक्ति के नाम पर ये लोग, हजारों इंसानों का खून बहाने से भी गुरेज़ नहीं करने वाले। ये मेरा नहीं खुद इसका यानि रामचंद बुर्बकिया का कहना है। और इसका प्रचार भी वो आजकल घूम घूम कर कर रहा है। इसका ये भी कहना है की अगर देश का पी एम्, नालायक, नीच, अधम, झूठा, हत्यारा, भ्रष्टाचारी, लुटेरा, बलात्कारी आदि आदि ही होना है, तो देश में इससे बेहतर इंसान नहीं मिलेगा। और इसके लिए वो अपने इन सब कामो के सबूत तक देने को तैयार है, बल्कि वो तो कहता है की सबूत सबके सामने है, मै बस इशारा कर दूंगा, तो आप सबसे अनुरोध है की मोदी के नाम पर बहस बंद कीजिये, राहुल का नाम लेना छोड़िये, क्यूंकि अब आपके पास इनसे ज्यादा कमीना विकल्प है।
अगला पी एम् रामचंद बुर्बकिया
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